You are currently viewing उद्योगों का विकास पर्यावरण और मानवीय सरंक्षण के साथ हो :~ सीमा भारद्वाज

उद्योगों का विकास पर्यावरण और मानवीय सरंक्षण के साथ हो :~ सीमा भारद्वाज

उद्योगों का विकास पर्यावरण और मानवीय सरंक्षण के साथ हो :~ सीमा भारद्वाज

भोपाल गैस त्रासदी 3 दिसंबर 1984 के पीड़ितों को श्रद्धा सुमन अर्पित

स्वदेशी जागरण मंच मध्यभारत प्रांत द्वारा 3 दिसंबर 1984 को भोपाल गैस त्रासदी की 39वें साल पर यूनियन कार्बाइड कारखाने के मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के रिसाव के कारण हज़ारों की संख्या में अपनी जान गवांए और लाखों की संख्या में उस त्रासदी की वजह से आज भी उस दर्द के साथ जी रहे पीड़ितों की याद में बनी स्मारक पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की।

प्रांत महिला कार्य सह प्रमुख सीमा भारद्वाज ने कहा आज के ही दिन 39वें साल पहले यूनियन कार्बाइड कारखाने के मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के रिसाव के कारण 15 हज़ार लोगों की जाने गईं और लाखों की संख्या में उस त्रासदी की वजह से आज भी लोग दर्द के साथ जी रहें हैं । इस त्रासदी से सबक लेकर हमे सीख लेनी चाहिए कि उद्योगों का विकास तो हो परंतु पर्यावरण और मानव व सामाजिक मूल्यों को दाव पर लगा कर नहीं।

श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में
क्षेत्र संगठक केशव दिबोलिया,
महानगर संयोजक शांतुनु शर्मा, कमल पटेल, प्रेम चावला, दिप्ती पयाशी, चार विभाग संगठक हेमंत रावत, चार विभाग पूर्णकालिक तरूण यादव, शंकर त्रिपाठी, आदि उपस्थित रहे।

#स्वदेशी जागरण मंच मध्यप्रदेश
#भोपाल गैस त्रासदी