स्वदेशी भारत-स्वावलंबी भारत के अध्येयता: स्व:राजीव दीक्षित
स्व.राजीव दीक्षित मूलतः उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे।वर्तमान में उनका परिवार वर्धा(महाराष्ट्र)में रहता है उनका जन्मदिवस और पुण्य तिथि 30 नवंबर दोनो एक साथ होते है..नमन l
स्व: राजीव दीक्षित IIT कानपुर से एम टेक की शिक्षा पूर्ण करके सीएसआईआर के वैज्ञानिक बने। स्वदेशी और आयुर्वेद के गहन अध्येयता एवं प्रबल प्रचारक रहे l योग विषय के जानकार होने के साथ साथ स्वदेशी- स्वावलंबी भारत के चिंतक और विचारक भी थे।
आज भारत सहित विश्व भर मे उनके लाखों समर्थक हैं।जो उनके भाषणों को आज भी सोशल मीडिया और यूट्यूब के माध्यम से सुनते हैं,मनन करते हैं l
उनके जन्मदिवस और पुण्यतिथि के कार्यक्रम के अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के 10..12 कार्यकर्ता नागपुर व वर्धा से, अ: भा: सहसंयोजक अजय पतकी जी के नेतृत्व में सम्मिलित हुए l
इस कार्यक्रम में देश भर से लोग आए हुए थे।वहां कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अजय पतकी ने स्वदेशी और स्वावलंबी भारत अभियान के विषय को रखते हुए कहा कि “स्वदेशी जागरण मंच स्व:राजीव दीक्षित जी के विचारों का संकलन करेगा।दिल्ली में बन रहे स्वदेशी शोध संस्थान में स्व राजीव दीक्षित के विचारों व साहित्य को संजोने,शोध करने हेतु एक चेयर भी बनाई जाएगी। उन्होंने आगे कहा इसी वर्धा जिले में आरवी स्वदेशी जागरण मंच के संस्थापक श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी जी का जन्मस्थल है।यह गांधी जी,विनोबा भावे जी व जमना लाल बजाज जी का भी कर्म क्षेत्र होने से स्वदेशी तीर्थ क्षेत्र है जिसे विकसित करने की योजनाएं भी हो रही है।
उनके भाई प्रदीप जी दीक्षित द्वारा हर वर्ष की भांति वहां एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।राजीव दीक्षित जी के माता पिता जी भी वहां उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में प्रांत संयोजक सहित वर्धा जिले के समस्त कार्यकर्ताओ ने सहभागिता की।